मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना: क्या एक ही परिवार की सास और बहू दोनों को मिलेगा 10,000 रुपये का लाभ?

बिहार सरकार ने महिलाओं के लिए एक खास पहल की है – मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना। इस योजना के तहत महिलाओं को रोजगार शुरू करने के लिए आर्थिक मदद दी जा रही है। शुरुआत में 10,000 रुपये की पहली किस्त सीधे उनके बैंक खाते में भेजी जाएगी। इसके बाद धीरे-धीरे 2 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता भी मिल सकती है।

अब सवाल यह है कि अगर एक ही परिवार में सास और बहू दोनों आवेदन करना चाहें तो क्या दोनों को 10,000 रुपये का फायदा मिलेगा? और परिवार की परिभाषा आखिर सरकार ने किस तरह तय की है? आइए इसे आसान भाषा में समझते हैं।

योजना का मकसद क्या है?

इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। खासतौर पर उन महिलाओं को, जिनके पास स्थायी रोजगार नहीं है या जो खुद का छोटा व्यवसाय शुरू करना चाहती हैं। सरकार ने इसके लिए 18 तरह के काम तय किए हैं, जैसे– सिलाई, दुकान, पशुपालन आदि।

जीविका समूह से जुड़ना जरूरी

मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का लाभ उठाने के लिए महिला को जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ा होना जरूरी है। इस समूह में जुड़ने के बाद ही आवेदन किया जा सकता है।

  • महिला की उम्र 18 से 60 साल के बीच होनी चाहिए।
  • परिवार का कोई सदस्य इनकम टैक्स नहीं भर रहा होना चाहिए।
  • आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह बैंक खाते और KYC से जुड़ी होगी।

परिवार की परिभाषा क्या है?

सरकार ने साफ किया है कि इस योजना में एक परिवार की केवल एक महिला को लाभ मिलेगा। लेकिन “परिवार” से यहां आशय है – पति, पत्नी और उनके अविवाहित बच्चे।

इसका मतलब यह हुआ कि शादीशुदा बेटे और बहू का परिवार अलग माना जाएगा, भले ही वे अपने माता-पिता के साथ एक ही घर में क्यों न रह रहे हों।

सास और बहू – दोनों को कैसे मिलेगा लाभ?

अब सबसे अहम सवाल – अगर घर में सास और बहू दोनों ही आवेदन करती हैं तो क्या होगा?

  • अगर बेटे-बहू और उनके बच्चे अलग परिवार माने जाएंगे, तो बहू को 10,000 रुपये का लाभ मिलेगा।
  • वहीं, सास अपने पति या अविवाहित बच्चों के साथ “अलग परिवार” मानी जाएगी, और उन्हें भी योजना का लाभ मिलेगा।

यानी एक ही छत के नीचे रहते हुए भी सास और बहू दोनों को योजना का फायदा अलग-अलग मिल सकता है।

आवेदन कैसे करें?

योजना का लाभ पाने के लिए महिलाओं को जीविका समूह से जुड़कर आवेदन करना होगा।

  • आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से किया जा सकता है।
  • पहले 10,000 रुपये की राशि सीधे बैंक खाते में आएगी।
  • इसके बाद कारोबार बढ़ाने के लिए 2 लाख रुपये तक का लोन भी मिलेगा।

किसे फायदा नहीं मिलेगा?

  • अगर परिवार में कोई सदस्य इनकम टैक्स भरता है तो लाभ नहीं मिलेगा।
  • एक ही परिवार की दो महिलाओं को यह राशि नहीं दी जाएगी।
  • 18 साल से कम और 60 साल से ज्यादा उम्र की महिलाएं आवेदन नहीं कर सकतीं।

10,000 रुपये वाली अन्य योजनाएं

कई लोग यह सवाल भी पूछते हैं कि 10000 रुपये के लिए पीएम योजना क्या है? या पीएम 10,000 रुपये योजना क्या है?
स्पष्ट कर दें कि प्रधानमंत्री की कोई अलग 10,000 रुपये वाली योजना नहीं है। बिहार में फिलहाल यह मदद मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना 2025 के तहत दी जा रही है। राजस्थान समेत कई अन्य राज्यों ने भी इस तरह की योजनाएं शुरू की हैं, जिन्हें आप mukhyamantri mahila rojgar yojana rajasthan के नाम से खोज सकते हैं।

निष्कर्ष

मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना 2025 महिलाओं के लिए रोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम है। अगर परिवार में सास और बहू दोनों अलग-अलग परिवार की श्रेणी में आती हैं तो दोनों को ही 10,000 रुपये की मदद मिलेगी। योजना का मुख्य फोकस है – हर परिवार से कम से कम एक महिला को अपने पैरों पर खड़ा करना।

अगर आप भी आवेदन करना चाहती हैं, तो सबसे पहले जीविका समूह से जुड़ें और फिर योजना की आधिकारिक गाइडलाइंस पढ़कर आवेदन करें।

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